जितना दिखता है शानदार आदमी
उतना है नहीं ईमानदार आदमी
दुनिया की बात और है घर पर भी
पहली पसंद नही है बेरोजगार आदमी
बात करने पे सच पता चला उसका
देखने में तो लगता था जानकर आदमी
मार कर सोक खुद के घर चलाने को
घर से बड़ी दूर है घर का जिम्मेदार आदमी
वो कह रही थी अजी भी छोड़ों उसकी बात
बेकार की बात करता है बेकार आदमी
तुमने भी चरागर की तरह बस दवाइयां ही दी
देख भाल से भी ठीक हो सकता था बीमार आदमी
- विमल