आंखो से नीर खींचने वाले
रहे नही अब पीर खींचने वाले
अब हमे देखने भर का हक नहीं
पहले हम ही थे तस्वीर खींचने वाले
लूटी है अस्मत और हांथ में मोमबत्तियां है
नही रहे सहर में समसिर खींचने वाले
विमल रांझो को है हिदायत पकड़ मजबूत रखे
शहर में आ गए पैसों से हीर खींचने वाले