दिवंगत हो गई है भावनाएं
दिवंगत हो गई है भावनाएं अब जिसे जाना हो जाए हांथ में सबके नमक है जख्म हम किसको दिखाएं हाल […]
दिवंगत हो गई है भावनाएं अब जिसे जाना हो जाए हांथ में सबके नमक है जख्म हम किसको दिखाएं हाल […]
रेत सी फिसल रही हो, मेरी रूह बन गई हो क्या ? या फिर किस्मत, या उम्मीद, या यकीन ,
जहां दिल तोड़ा है तूने मेरा, वहां की जमीन पत्थर होगी, पानी सूख जाएगा वहा से , जहा तू रकीब
अरसे बीत गए,बचपन चला गया है, जवानी से जी भर चला है, दुनियादारी कर ली है जी भर के, समझदारी
आंखो से नीर खींचने वालेरहे नही अब पीर खींचने वाले अब हमे देखने भर का हक नहीं पहले हम ही
सम्यक मान जरूरी हैसबका ध्यान जरूरी है ज्ञान नहीं देना है सब कोये भी ज्ञान जरूरी है तू मेरे लिए