जहां दिल तोड़ा है तूने मेरा,
वहां की जमीन पत्थर होगी,
पानी सूख जाएगा वहा से ,
जहा तू रकीब से हम बिस्तर होगी,
पेड़ पौधे , घास फूस, फूल पत्ते, सब रूठ जायेंगे ,
फिर मेरे यार तू , नए आशिक से किस बारे में बात करेगा
आग कुछ पकाएगा नही,
बस मेरे सीने से निकलेगा और बस खाक करेगा ,
कोई पूछ बैठेगा , ये सदी मोहब्बत से बंजर कैसे है,
दुनियां गूंगी होगी, तू निरुत्तर होगी ,
जहां दिल तोड़ा है तूने मेरा,
वहां की जमीन पत्थर होगी,
पानी सूख जाएगा वहा से ,
जहा तू रकीब से हम बिस्तर होगी,