KAVITA

KAVITA

लोग

ये जो दिख रहे है सारे के सारे लोगसब के सब आशिक है तुम्हारे लोग हुस्न वालो से मिलिए तो

KAVITA

नीद

रात आधी आ चुकी,सपनो में जनता जा चुकी,मैं टक टकी निगाह से,बड़ी आशा से बड़े राग से,फोन ले लेटा हुआ,ख़त्म

Scroll to Top